ट्रंप टैरिफ लागू: भारत और अमेरिका के संबंधों में दरार बढ़ी
86 अरब डॉलर के व्यापार पर पड़ेगा असर
नई दिल्ली। रूस से तेल खरीदने पर अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप ने भारत पर 25 फीसदी अतिरिक्तटैरिफ बतौर जुर्माना लगाया है। इसके साथ भारत से होने वाले निर्यात पर कुल टैरिफ 50 प्रतिशत हो गया है। यह टैरिफ आज से प्रभावी हो गया है। ट्रंप का आरोप है कि भारत रूस से तेल खरीद कर यूक्रेन युद्ध को भड़काने में रूसी राष्ट्रपति व्लादिमीर पुतिन की मदद कर रहा है। ऐसे में भारत का करीब 78 अरब डॉलर का व्यापार प्रभावित होने का अनुमान है।
अमेरिका के टैरिफ बढ़ाने से भारत पर दोहरी मार पड़ने की संभावना है। टैरिफ अधिक होने से भारत के कपड़ा, समुद्री उत्पाद और चमड़ा निर्यात प्रभावित हो सकता है। अमेरिका के बढ़े टैरिफ से वस्त्र/परिधान को 10.3 अरब आॅलर, रत्न एवं आभूषण को 12 अरब डॉलर, झींगा को 2.24 अरब डॉलर, चमड़ा एवं जूते को 1.18 अरब डॉलर, पशु उत्पाद, रसायन के 2.34 अरब डॉलर और विद्युत एवं यांत्रिक मशीनरी को 9 अरब डॉलर समेत करीब 86 अरब डॉलर मूल्य के निर्यात पर गंभीर असर पड़ेगा।
किसी दबाव में नहीं आएंगे
नई दिल्ली। भारत ने टैरिफ जंग मामले में अमेरिका से लंबी जंग की तैयारी का सीधा संदेश दिया है। विदेश मंत्रालय ने इसे अनुचित, अकारण और तर्कहीन करार दिया। सरकार के सूत्रों का कहना है कि इस मुद्दे पर वह दीर्घकालिक संघर्ष के लिए तैयार है। पूर्व पीएम वाजपेयी सरकार के कार्यकाल में पोखरण परमाणु परीक्षण के दौरान अमेरिकी प्रतिबंध के खिलाफ लंबी जंग की सफल रणनीति तैयार की थी। भारत अपने हितों की रक्षा के साथ समझौता करेगा। वर्तमान में भारत की अर्थव्यवस्था न सिर्फ दुनिया के दूसरे देशों के मुकाबले स्थिर है, बल्कि हमारा विदेशी मुद्रा भंडार 645 अरब डॉलर से ज्यादा है। अमेरिका को भी पता है कि हमारी अर्थव्यवस्था महज निर्यात या व्यापार केंद्रित नहीं है। भारत ने कई देशों के साथ मुक्त व्यापार समझौते किए हैं। कई देश इसी श्रेणी में हैं। पीएम मोदी इसी महीने जापान और चीन की यात्रा पर होंगे। अगर चुनौतियां बढ़ी तो इससे पार पाने के लिए भारत नए विकल्प की भी तलाश करेगा।
ट्रंप ने धमकाया, अभी और कुछ देखने को मिलेगा
वाशिंगटन। अमेरिकी राष्ट्रपति ट्रंप ने एक सवाल के उत्तर में कहा कि भारत पर टैरिफ और जुर्माना लगे अभी सिर्फ आठ घंटे हुए हैं। देखते हैं क्या होता है। आपको और भी बहुत कुछ देखने को मिलेगा। आपको कई अतिरिक्त प्रतिबंध देखने को मिलेंगे। उनसे पूछा गया कि भारत पर लगाए गए अतिरिक्त टैरिफ की तरह ही क्या उनके पास चीन पर अधिक टैरिफ लागू करने की कोई समान योजना है? इस पर अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप ने कहा कि ऐसा हो सकता है। यह इस बात पर निर्भर करता है कि हम इसे कैसे करते हैं। ट्रंप ने आगे कहा कि मुझे नहीं पता, मैं अभी आपको नहीं बता सकता। लेकिन हमने भारत के साथ ऐसा किया है। हम संभवत: कुछ अन्य देशों के साथ भी ऐसा कर रहे हैं, जिनमें से एक चीन हो सकता है।
द्विपक्षीय वार्ता 25 अगस्त को
भारत पर 25 फीसदी टैरिफ और 25 फीसदी जुर्माने से भारत के निर्यात पर सीधा असर पड़ेगा। हालांकि अमेरिकी टैरिफ में कटौती की एक उम्मीद भारत और अमेरिका के बीच द्विपक्षीय व्यापार समझौते की स्थिति में नजर आ रही है। इसके लिए अमेरिका वातार्कारों की टीम का 25 अगस्त को भारत आना प्रस्तावित है।
किन देशों पर कितना टेरिफ
म्यांमार-40 फीसदी
थाईलैंड-36 फीसदी
कंबोडिया- 36 फीसदी
बांग्लादेश- 35 फीसदी
इंडोनेशिया- 32 फीसदी
चीन- 30 फीसदी
श्रीलंका- 30 फीसदी
मलयेशिया- 25 फीसदी
फिलिपींस- 25 फीसदी
वियतनाम- 20 फीसदी