चार लोग थे सवार, दो बचाये गये, धौलपुर के मनिया में शुक्रवार सुबह की घटना
आगरा। चंबल नदी में बाढ़ के चलते 35 गांवों की 30 हजार से अधिक लोग प्रभावित है। अब तक नौ गांवों का संपर्क तहसील मुख्यालय से टूट चुका है। हजारों ग्रामीणों को प्रशासन की तरफ से राहत मिलने की उम्मीद थी। शुक्रवार को लादूखेड़ा में पार्वती नदी में आई बाढ़ के चलते कैंटर सवार चार लोग नदी में डूब गये। मौके पर मौजूद लोगों ने दो लोगों को सुरक्षित निकाल लिया। लेकिन दो लोगों की तलाश एसडीआरएफ की टीम तलाश में लगी है।
राजस्थान में हो रही मूसलाधार बारिश से चंबल नदी के किनारे बसे बाह और पिनाहट के 12 गांवों में गुरूवार को बाढ़ आ गई। इन गांवों का तहसील मुख्यालय से संपर्क टूट गया। राहत और बचाव के लिए राज्य आपदा प्रतिक्रिया बल (एसडीआरएफ) ने मोर्चा संभाला है। जलमग्न गांव और घर खाली कराए जा रहे हैं। पिनाहट में चंबल खतरे के निशान से 4 मीटर ऊपर 134 मीटर पर बह रही है। उधर गा्रमीणों के बचाव कार्य के लिए बाढ़ चौकी बनाई गई है।
लादूखेड़ा में पार्वती नदी में आई बाढ़ के चलते कैंटर बह गया। कैंटर सवार चार लोग डूब गए, जिनमें से दो को सुरक्षित निकाल लिया गया। बताया गया है कि राजस्थान स्थित आगई बांध से पानी का डिस्चार्च किया गया। इस वजह से राजस्थान सीमा स्थित कुसेंडा गांव के पास बनी रपट पर पार्वती नदी सात फुट ऊंचा बह रही है। इसी वजह से ये हादसा हुआ। पानी में कैंटर सवार चार लोग डूब गए, जिनमें से दो को रेस्क्यू कर सुरक्षित निकाल लिया गया। दो की तलाश की जा रही है। मौके पर भीड़ इक्कठा हो गई। एसडीआरएफ की टीम नदी में कैंटर और डूबे दो लोगों की तलाश कर रही है। मामले में संबंधित थाने के अधिकारी भी मौके पर पहुंच गये है।