स्लीपर और जनरल कोच के यात्रियों की बढ़ी मुसीबत
आगरा। घंटों की देरी से चल रहीं ट्रेनों के स्लीपर और जनरल कोचों में यात्रा कर रहे यात्रियों की गर्मी से हालत खराब हो रही है। स्थिति यह है कि दिल्ली से आगरा तक का सफर तय करने वालीं ट्रेनें, जो तीन से साढ़े तीन घंटे में आगरा पहुंचती हैं, वह भी कई घंटे देरी से पहुंच रही हैं। ऐसे में यात्री गर्मी से बेहाल हो रहे हैं।
विभिन्न रेल खंडों में विकास कार्यों के चलते ट्रेनों की गति को कम कर चलाया जा रहा है। ऐसे में उन यात्रियों के लिए ट्रेनों की लेट-लतीफी भारी पड़ रही है, जो स्लीपर और जनरल कोच में यात्रा करते हैं। बेतहाशा भीड़ और गर्मी में सफर करना यात्रियों के लिए दुखदायी हो रहा है। रविवार को दिल्ली, मुंबई, गुजरात और दक्षिण भारत के राज्यों से आगरा आने वाली ट्रेनों की रफ्तार धीमी रही। ऐसे में यात्रियों ने गर्मी से परेशान होकर रेलवे को जमकर कोसा और अपनी शिकायतें भी दर्ज कराईं। पीआरओ प्रशस्ति श्रीवास्तव ने बताया कि ट्रेनों का संचालन विभिन्न मंडलों में चल रहे विकास कार्यों के चलते बाधित है।
आगरा मंडल से गुजरती हैं 300 ट्रेन
उत्तर मध्य रेलवे आगरा मंडल से होकर हर दिन 300 के करीब ट्रेनें गुजरती हैं। ट्रेनों की समयबद्धता सबसे अधिक ठंड में खराब रहती है,कोहरे के चलते ट्रेनें एक से लेकर 12 घंटे तक देरी से चलती है,कुछ यही हाल गर्मी में हो रहा है। झेलम, कर्नाटका, सचखंड,श्रीधाम, छत्तीसगढ़ एक्सप्रेस जैसी तमाम ट्रेनें देरी से आगरा पहुंच रही हैं।
स्पेशल ट्रेनों से बना रहे हैं दूरी
ट्रेवल्स संचालक आकाश तिवारी ने बताया कि स्पेशल ट्रेनों का परफार्मेंस बहुत खराब है। सीटें खाली होने पर भी यात्री इसमें टिकट की बुकिंग नहीं करा रहे हैं। यात्रियों का कहना है कि सफर यदि 15 घंटे का है तो फिर स्पेशल ट्रेनें 20 से 24 घंटे तक समय ले लेती है। स्पेशल ट्रेनें अक्सर विलंब से पहुंच रही हैं।
क्या बोले यात्री
यात्री मनोज ने बताया कि रेलवे स्टाफ से ट्रेनों के लेट होने के बारे में दो बार पूछा गया,लेकिन स्पष्ट जवाब नहीं मिला। रेलवे का ट्रेनों के बारे में सही जानकाकरी देनी चाहिए। जिससे यात्राी करने वाले लोगों को किसी प्रकार की परेशानी न हो।