पिता की हत्या के शक में बदला लेने के लिए मारी गोली
पिता की मौत के बाद मां को भेजा था जेल
ताऊ से मौसी का चल रहा है कोर्ट में तलाक का विवाद
आगरा। फतेहाबाद थाना क्षेत्र में नौ दिन पूर्व हुई महिला की हत्या का पुलिस ने खुलासा कर दिया है। हत्या किसी और ने नही मृतका की बहन के बेटे ने ही की थी। आरोपी को हिरासत में लेने के बाद पुलिस ने पूछताछ की तो पुलिस सन्न रह गई। हत्यारोपित किशोर का कहना है कि उसने नौ वर्ष पहले अपने पिता की हत्या होते हुए देखी थी। उसमें मौसी भी शामिल थी, लेकिन वह जेल जाने से बच गई। सीआरपीएफ में कार्यरत उसके ताऊ को छोड़कर मौसी मायके में रह रही थी। नौ दिन पहले 18 जुलाई को जब मौसी आगरा में कोर्ट से तारीख कर लौट रही थी, तो उसने रास्ते में गोली मारकर हत्या कर दी। किशोर से तमंचा और हत्या में प्रयुक्त बाइक बरामद कर ली गई है। अब पुलिस साजिश में शामिल अन्य की तलाश कर रही है।
फतेहाबाद क्षेत्र के निबोहरा में गढ़ी डीसिया निवासी मंजू की 18 जुलाई को कोर्ट से लौटते समय हत्या कर दी गई थी। रविवार को पुलिस ने इस मामले में 16 वर्षीय किशोर को गिरफ्तार कर हत्याकांड का पर्दाफाश कर दिया। डीसीपी पूर्वी सैयद अली अब्बास ने बताया कि मंजू की बड़ी बहन किरन के 16 वर्षीय बेटे ने ही हत्या की थी। सीसीटीवी फुटेज से मिले सुराग के बाद लुहारी गांव के पास से उसे गिरफ्तार कर लिया गया। जांच में सामने आया है कि धौलपुर के राजाखेड़ा में समोना के रहने वाले किशोर के पिता शिव सिंह की नौ वर्ष पहले हत्या कर दी गई थी। इस मामले में किशोर की मां किरन और उसके कथित प्रेमी को जेल भेजा गया था। किशोर को शक था कि हत्या में मौसी मंजू भी संलिप्त थी। इसलिए वह बदला लेना चाहता था। जबकि मंजू की शादी किशोर के ताऊ सीआरपीएफ में तैनात सिपाही मनोज के साथ हुई थी। मंजू और मनोज में मनमुटाव होने के चलते तलाक का मुकदमा चल रहा था। मंजू अपने मायके और मनोज दिल्ली में रह रहा है। किशोर भी अपने ताऊ के साथ दिल्ली में ही रहता था। घटना से एक सप्ताह पहले किशोर फतेहाबाद में रहने वाले अपने फूफा के यहां पहुंच गया। 18 जुलाई को वह बाइक लेकर चेहरा ढककर पहुंचा और मंजू की हत्या कर दी। इसके बाद वह वापस फूफा के घर पहुंच गया। साजिश में किशोर का ताऊ मनोज, चाचा प्रदीप और फूफा जोगेंद्र शामिल हैं। मनोज, कोर्ट के आदेश पर मंजू को हर माह 11 हजार रुपये गुजारा भत्ता दे रहा था। इसलिए उसने मंजू की हत्या में किशोर को मोहरा बनाया। किशोर को हिरासत में लेकर संप्रेक्षण गृह भेजा जा रहा है।